श्री कृष्णा: प्रेम का महासागर

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“श्री कृष्णा: प्रेम का महासागर” एक ऐसा काव्य और कथा संग्रह है जो भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनके दिव्य प्रेम की अद्भुत झलक प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक उनके गहरे प्रेम, भक्ति, और मानवता को जोड़ने वाले संदेशों को उजागर करती है, जो आज भी हर दिल को छूने की शक्ति रखते हैं। श्रीकृष्ण केवल प्रेम के प्रतीक ही नहीं, बल्कि ईश्वर के उस स्वरूप का प्रतिनिधित्व करते हैं जो करुणा, ममता, और न्याय से भरपूर है। उनकी मधुर बांसुरी की तान जहाँ गोपियों को मंत्रमुग्ध करती है, वहीं उनके उपदेश जीवन का मार्गदर्शन करते हैं। प्रेम, करुणा, और आत्मिक शांति का अद्भुत संगम, यह संग्रह पाठकों को श्रीकृष्ण के अनंत प्रेम सागर में डूबने, उनकी दिव्यता का अनुभव करने और जीवन में नई प्रेरणा पाने का अवसर प्रदान करता है।

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Author: दीक्षिता परमार

“श्री कृष्णा: प्रेम का महासागर” एक ऐसा काव्य और कथा संग्रह है जो भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनके दिव्य प्रेम की अद्भुत झलक प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक उनके गहरे प्रेम, भक्ति, और मानवता को जोड़ने वाले संदेशों को उजागर करती है, जो आज भी हर दिल को छूने की शक्ति रखते हैं। श्रीकृष्ण केवल प्रेम के प्रतीक ही नहीं, बल्कि ईश्वर के उस स्वरूप का प्रतिनिधित्व करते हैं जो करुणा, ममता, और न्याय से भरपूर है। उनकी मधुर बांसुरी की तान जहाँ गोपियों को मंत्रमुग्ध करती है, वहीं उनके उपदेश जीवन का मार्गदर्शन करते हैं। प्रेम, करुणा, और आत्मिक शांति का अद्भुत संगम, यह संग्रह पाठकों को श्रीकृष्ण के अनंत प्रेम सागर में डूबने, उनकी दिव्यता का अनुभव करने और जीवन में नई प्रेरणा पाने का अवसर प्रदान करता है।

Weight 0.250 kg
Dimensions 15 × 1 × 21 cm