चांद, रात और तुम

299.00

प्यार की एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली रचना जो समय और स्थान की बाधाओं को पार करती है। चाँदनी रातों की पृष्ठभूमि पर आधारित यह पुस्तक नियति और इच्छा के बीच एक काव्यात्मक नृत्य प्रस्तुत करती है। चंद्रमा की किरणों जैसी चमकदार कविताओं/गद्य के साथ, कथा भावनाओं का पर्दा बुनती है, पाठकों को जुनून और लालसा की दिव्य यात्रा पर ले जाती है। यह पुस्तक एक वाद्य वृन्द रचना है जो चंद्रमा की शांत दृष्टि के तहत जुड़ाव के जादू की खोज करती है।

SKU: Anthology14 Category:
Author: B RajkumarMukesh Kumar Dubey 'Durlabh'Ritisha Reena JainVipin V KambleVirendra Jain

प्यार की एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली रचना जो समय और स्थान की बाधाओं को पार करती है। चाँदनी रातों की पृष्ठभूमि पर आधारित यह पुस्तक नियति और इच्छा के बीच एक काव्यात्मक नृत्य प्रस्तुत करती है। चंद्रमा की किरणों जैसी चमकदार कविताओं/गद्य के साथ, कथा भावनाओं का पर्दा बुनती है, पाठकों को जुनून और लालसा की दिव्य यात्रा पर ले जाती है। यह पुस्तक एक वाद्य वृन्द रचना है जो चंद्रमा की शांत दृष्टि के तहत जुड़ाव के जादू की खोज करती है।

Weight 0.250 kg
Dimensions 15 × 1 × 21 cm

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