“शब्द थोड़े अर्थ गहरे” शशिकला कालकर जी के जीवन के अनुभवों का एक ऐसा संकलन है, जो उनकी गहरी संवेदनाओं और विचारों का प्रतिबिंब प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक केवल एक मुक्त छंद संग्रह नहीं है, बल्कि इसमें लेखिका के व्यक्तिगत अनुभवों का सार भी समाहित है। उन्होंने अपने जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों और सीखों को मुक्त छंदों के माध्यम से अभिव्यक्त करने का प्रयास किया है।
इस पुस्तक में हर छंद जीवन के किसी न किसी पहलू को उजागर करता है—चाहे वह भावनाओं की गहराई हो, अनुभवों की विविधता हो, या जीवन के प्रति एक नई दृष्टि। शशिकला जी ने हर विषय को गहनता से समझने और उसे सरल, प्रभावी रूप में प्रस्तुत करने की कला का परिचय दिया है।
यह पुस्तक पाठकों को केवल पढ़ने के लिए नहीं, बल्कि महसूस करने, समझने, और लेखिका की यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण देती है। उनकी रचनाएँ आपको जीवन के अनदेखे पहलुओं से रूबरू कराते हुए एक नई प्रेरणा और दृष्टिकोण प्रदान करेंगी।
शशिकला जी का यह प्रयास तब सफल होगा, जब उनके अनुभव और भावनाएँ आपकी अपनी यात्रा का हिस्सा बन जाएँ। यह पुस्तक आपके लिए एक नई ऊर्जा और नए जीवन अनुभवों की ओर एक कदम है।