“संयोग” एक गहन और प्रेरक कथा है जो भाग्य और संयोग के रहस्यमय लेकिन सौंदर्यपूर्ण जाल को उजागर करती है। यह पुस्तक रोजमर्रा की हलचल और शांत परिदृश्यों के बीच बुनी गई कहानियों और कविताओं के माध्यम से जीवन के अप्रत्याशित और अनपेक्षित मोड़ों का उत्सव मनाती है। पात्रों की विविधता और उनके जीवन के ताने-बाने में अटूट रूप से जुड़ी रचनाएं पाठकों को ऐसे क्षणों में ले जाती हैं जहाँ साधारण मुलाकातें गहरी सच्चाईयों को प्रकट करती हैं।
हर कथा में पात्रों का सफर भाग्य के ऐसे पड़ावों से होकर गुजरता है जहाँ अनकही कहानियों का सन्नाटा और कहानियों का स्पंदन, दोनों ही मौजूद हैं। इन संयोगों के माध्यम से पुस्तक यह दर्शाती है कि कैसे छोटी घटनाएँ स्थायी रिश्तों और गहरे आत्म-साक्षात्कार का कारण बन सकती हैं। “संयोग” केवल कहानियों तथा कविताओं का संग्रह नहीं, बल्कि जीवन के अनदेखे पहलुओं का एक प्रतिबिंब है जो पाठकों को अपनी यात्रा में झाँकने और प्रेरणा लेने का अवसर देता है।