काव्य सार प्रकाशन

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    दिल के एहसास

    Original price was: ₹320.00.Current price is: ₹270.00.

    “दिल के एहसास”, यह पुस्तक मेरे जीवन में मुझे जो जो अनुभव हुए हैं , मेरे दिल ने जो महसूस किया है , जो एहसास जागे हैं , उन सभी बातों को काव्य के रूप में मैं ने आप के समक्ष रखा है ।

    वैसे तो मैं कितने ही सालों से काव्य रचनाएं लिखता रहता हूँ , जिस में मैं मेरी भावनाओं को प्रेषित करता रहता हूँ ।

    यह पुस्तक भी उन सभी मेरे एहसासों का ही संकलन है ।

    आशा करता हूँ कि आप सभी यह पुस्तक पढ़कर मेरे अनुमानों  को , मेरे अनुभवों को समझेंगे और “आनंद” लेंगे ।

    मुझे और भी लिखने के लिए प्रोत्साहित करेंगे ।

    आप सभी का तहेदिल से शुक्रिया । धन्यवाद ।

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    एक डॉक्टर की कलम से

    Original price was: ₹350.00.Current price is: ₹270.00.

    “एक डॉक्टर की कलम से”, यह पुस्तक डॉ. अश्वनी के जीवन अनुभवों का एक संकलन है। इसके द्वारा वह आप सब तक अपने अनुभवों को पहुंचाना चाहते हैं। इस पुस्तक में सिर्फ उनकी लिखी लघु कथाएं ही नहीं है अपितु उनके डॉक्टरी पेशे के दौरान तथा सेवा निवृति के पश्चात के उनके जीवन अनुभव भी हैं, जो उन्होंने अपने जीवन में देखा और सीखा, वह सब कहानियों के द्वारा इस पुस्तक में उतारने की कोशिश की है, हम आशा करते हैं कि आप सबको उनकी कहानियां नए जीवन अनुभव तथा नई तरंग की ओर ले जाएंगी। उन्होंने प्रत्येक पात्र को बेहतरीन तरीके से दिखाने की कोशिश की है। जब आप इस पुस्तक को पढ़ें तो आप भी उस पात्र को समझे और उस तक जाने की कोशिश करें। उनकी कोशिश तभी पूरी हो सकती है, जब आप भी वो महसूस करें जो वे आपको महसूस करवाना चाहते हैं। यह एक छोटा सा प्रयास है आप तक अपने अनुभवों को पहुँचाने का।

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    नारी का रामराज्य कब होगा

    350.00

    पुस्तक “नारी का रामराज्य कब होगा” में कवि ने पौराणिक कथाओं, रामायण, महाभारत के साथ ही साथ वर्तमान समय में नारी की वास्तविक स्थिति का चित्रण किया गया है। सीता के माध्यम से स्थिति स्पष्ट करते हुए दसरथ,सिरध्वज जनक, रावण, राम आदि से प्रश्न किया गया है। मुख्य प्रश्न यहीं है कि राम के राज्याभिषेक के पश्चात् अवध में रामराज्य स्थापित तो हो गया परन्तु नारियों की स्थिति में कोई खास फर्क नहीं पड़ा। यहां तक कि सीता को परित्यकता बनकर वनवास झेलना पड़ा। इसलिए सीता यह प्रश्न करती है कि “नारी का रामराज्य कब होगा ” ।

    अनुषंगी कविताओं में कौशल्या, सुमित्रा, श्रुति कीर्ति, मांडवी, सुलोचना, सुर्पनखा, त्रिजटा, मंदोदरी आदि का वर्णन किया गया है।

    महाभारत में, द्रौपदी के माध्यम से कवि विभिन्न प्रश्न द्रुपद, द्रोण, भीष्म, कुंती आदि से किया गया है और यथासंभव उसका उत्तर देने का प्रयास किया गया है।

    वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आज की नारी, सशक्त नारी, पहले शिक्षा फिर कन्यादान, मैं नारी हूं, नारी का श्रापित जीवन और आज की भारतीय नारी नामक कविताओं के माध्यम से नारी की वास्तविक स्थिति दर्शाने का प्रयास किया गया है।